परिचय:

1 मई 2013 को स्थापित डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्पोर्ट्स फाउंडेशन ने भारतीय खेल क्षेत्र में सामाजिक समानता और समावेशन के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने कार्यों की शुरुआत की। डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों से प्रेरित यह फाउंडेशन देशभर के युवाओं को खेलों के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में कार्यरत है।


अंतरराष्ट्रीय मान्यताएँ और सहयोग:

डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्पोर्ट्स फाउंडेशन ने अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान प्राप्त की है।
विशेष रूप से उल्लेखनीय मान्यताएँ हैं:

  • TAFISA (The Association For International Sport for All) :
    फाउंडेशन को TAFISA द्वारा मान्यता प्राप्त हुई, जो वैश्विक स्तर पर "सभी के लिए खेल" (Sport for All) आंदोलन का नेतृत्व करता है। इसके अंतर्गत, फाउंडेशन ने समावेशी खेल कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया।
  • CSIT (Confédération Sportive Internationale Travailliste et Amateur) :
    CSIT
    के साथ फाउंडेशन का जुड़ाव, खेलों को श्रमिकों और युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम रहा है। इसके जरिये अंतरराष्ट्रीय अमेच्योर खेल प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों को भाग लेने का अवसर मिला।
  • ECOSOC (United Nations Economic and Social Council) के साथ सहयोग:
    फाउंडेशन को संयुक्त राष्ट्र के ECOSOC के साथ विशेष सलाहकार का दर्जा प्राप्त हुआ, जो इसकी वैश्विक सामाजिक विकास पहल को मान्यता देता है। इस सहयोग से फाउंडेशन ने "खेल के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों (SDGs)" को आगे बढ़ाने में भी योगदान दिया है।

वार्षिक आयोजन:

स्थापना के बाद से फाउंडेशन हर वर्ष कई प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करता आ रहा है, जिनमें शामिल हैं:

🏆 अंबेडकर नेशनल गेम्स (Ambedkar National Games):

  • 2013 से प्रतिवर्ष आयोजित।
  • देश के विभिन्न राज्यों से हजारों खिलाड़ी भाग लेते हैं।
  • खेलों में एथलेटिक्स, कबड्डी, कुश्ती, फुटबॉल, बॉक्सिंग, वॉलीबॉल, तीरंदाजी आदि शामिल हैं।
  • इन खेलों का उद्देश्य वंचित और ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है।
  • प्रतियोगिता के अंत में विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाते हैं।

🏅 अंबेडकर नेशनल अवार्ड (Ambedkar National Award):

  • 2013 से हर वर्ष खेल, शिक्षा, समाज सेवा और युवा नेतृत्व के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाता है।
  • यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने डॉ. अंबेडकर के सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाया हो।
  • पुरस्कार समारोह एक भव्य कार्यक्रम के रूप में आयोजित होता है जिसमें गणमान्य अतिथि, खेल जगत के दिग्गज और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होते हैं।

प्रमुख विशेषताएँ:

  • समावेशिता (Inclusivity):
    फाउंडेशन सभी जाति, धर्म, लिंग और वर्ग के खिलाड़ियों को समान अवसर प्रदान करता है।
  • ग्रामीण केंद्रित पहल:
    गाँवों और पिछड़े क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को खोजने और प्रशिक्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।
  • महिला सशक्तिकरण:
    महिला खिलाड़ियों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए विशेष खेल शिविर और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय सहभागिता:
    फाउंडेशन ने भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रतिनिधित्व का अवसर प्रदान किया, जिससे भारत का गौरव बढ़ा।

भविष्य की योजनाएँ:

  • देशभर में "अंबेडकर स्पोर्ट्स अकादमी" की स्थापना।
  • अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी बढ़ाना।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से खेल शिक्षा और जागरूकता फैलाना।
  • खेल के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के नए मॉडल विकसित करना।

निष्कर्ष:

डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्पोर्ट्स फाउंडेशन ने 1 मई 2013 से अब तक खेलों के माध्यम से सामाजिक न्याय और समानता की जो यात्रा शुरू की थी, वह आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।
खेलों के माध्यम से एक समावेशी और समान समाज के निर्माण में फाउंडेशन की भूमिका उल्लेखनीय है और भविष्य में इसके कार्य और भी अधिक व्यापक और प्रभावशाली बनते जा रहे हैं।

"खेलो, संघर्ष करो, और समानता का दीप जलाओ!"